यूपी में अभी भी ना जाने कितने गाँव ऐसे है जहाँ पर आम लोगों की मौत
का कारण सिर्फ और सिर्फ गरीबी है , जिसका एक प्रत्यक्ष उदाहरण है मऊ में रहने वाला
एक परिवार | हाल में ही इस परिवार के मुखिया सुभाष गुप्ता भारी भरकम बिजली के बिल
की भेंट चढ़ गए | बताते चले की लगभग पांच साल पहले बिजली का बिल न भर पाने की वजह
से ,बिजली अधिकारियों ने उनके घर की बिजली काट दी थी , जिसके बाद उनके घर पर
बच्चों का पढना भी मुश्किल हो गया था , इसलिए घर के मुखिया ने बेटी को उसके मामा
के घर पढने भेज दिया था | सब कुछ सही चल रहा था की अचानक बिजली विभाग के अधिकारी
उनके घरबिजली के बिल के बकाये की ब्याज सहित वसूली करने के लिए बिजली
विभाग के अधिकारी और लाइनमैन 99,366 रुपये का बिल लेकर उनके घर पर आ धमके, और बहुत बुरी तरह
घरवालों को धमकाया , इस बात से पूरा परिवार घबरा गया की वो इतना कैसे चुका पाएँगे
|
बसूली प्रक्रिया के भय से सुभाष गुप्ता और उनका परिवार इस हद तक घबरा
गए की उन्होंने खुद अपने घर में कैद कर
लिया | जब कई दिनों तक कोई दिखाई नही पड़ा ,तब पड़ोसी इकठ्ठा हुए और घर के पीछे वाले
दरवाज़े से घुसकर मामला समझने की कोशिश की | जब बे घर के भीतर पहंचे तो वहां का
नज़ारा देखकर सबके हाथ-पाँव फूल गए , क्योंकि सुभाष गुप्ता की मौत हो चुकी थी , मरे
पति के शव के पास बैठी पत्नी , ह्रद्या वेसुध हालत में थी | पूरे घर में लाश के
सड़ने की दुर्गन्ध आ रही थी , जिससे की लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी |
हालाँकि लोगों ने तुरंत ही पुलिस को इस बात की खबर दी और शव को पोस्त्मर्तम के लिए
भेज दिया गया | पडोश के लोगों ने जब परिज़नों से बात की तो उन्होंने बताया की पिछले
आठ दिनों घर में किसी ने अन्न का एक दाना तक नही खाया है |
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