केंद्रीय संस्कृति
एवं पर्यटन मंत्री महेश शर्मा ने विदेशी महिला पर्यटकों को लेकर एक विवादित बयान
दिया है, केन्द्रीय मंत्री ने भारत आने वाली विदेशी महिलाओं को स्कर्ट और छोटे
कपडे न पहनने पर सलाह दी है , और इसके साथ ही रात में अकेले बाहर न घूमने के लिए
भी सलाह दी है , ऐसा पहली बार नहीं हुआ है की किसी ने महिलाओं के कपड़ों को लेकर
कुछ टिप्पड़ी ना की हो , गौरतलब है की इससे पहले भी महेश शर्मा ने महिलाओं पर एक
विवादित बयान दिया था , उन्होंने कहा था की “लड़कियों का रातभर बाहर रहना हमारी
संस्कृति का हिस्सा नहीं है , विदेश में लडकियां नाईट आउट करती होंगी, लेकिन यहाँ
ऐसा नही होता है” | इस तरह के बयान की
पुनरावृत्ति से एक बार फिर सपा सरकार के किये गए कामों पर उंगली उठाई जा रही है ,
क्योंकि कहीं न कहीं इस बयान को महिलाओं की सुरक्षा से जोड़कर देखा जा रहा है |
हालांकि इस बात को केन्द्रीय मंत्री महेश शर्मा ने गलत ठहराते हुए कहा है की मैंने
ऐसा कोई बयान नहीं दिया कि महिलाओं को क्या पहनना चाहिए और क्या नहीं, मैं केवल
धार्मिक स्थानों के संदर्भ के बारे में बोल रहा था। यदि मैंने महिला पर्यटकों से
रात में घूमने के दौरान अधिक सतर्कता बरतने की बात कही तो इसमें गलत क्या है? मैंने केवल इस बात
को लेकर चिंता जताई। लिहाजा इस बात को कहने के पीछे उन्होंने इन पर्यटकों की
सुरक्षा को वजह बताया है , सिर्फ इतना ही नहीं मंत्री जी ने ताज नगरी आगरा के
पर्यटकों के लिए एक बुकलेट भी जारी की है , जिसमे साफ़ तौर पर लिखा होगा की शहर
घुमने आने पर “क्या करें और क्या न करें ”| जिनके अनुसार महिला पर्यटकों को देर शाम घुमने जाने पर स्कर्ट न
पहनने की हिदायत दी गई है। हालांकि कुछ देर बाद मंत्री जी अपनी बात से मुकरते हुए
बोले- “भारत मंदिरों का देश है, यहां वैसी ही
वेशभूषा पहने”। शर्मा ने आगे यह भी कहा कि विदेशी जब
मथुरा और वृंदावन जाएं तो भारतीय संस्कृति की संवेदनशीलता का ख्याल रखें।
हालांकि उन्होंने कहा कि उन्हें क्या पहनना चाहिए और क्या नहीं, इस बारे में हमने
कोई स्पष्ट दिशा निर्देश जारी नहीं किये हैं । हम किसी की तहजीब को बदलने की
कोशिश नहीं कर रहे हैं, और उनका मानना है की हमारी भारतीय संस्कृति पश्चिमी
संस्कृति से अलग है |
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