उत्तर प्रदेश सरकार ने
चुनावी साल में एक बार फिर लोगों को आकर्षित करने का मन बना लिया है , इस बार सपा सरकार ने आम जनता को खुश करने के लिए
बिजली दर सस्ती करने का एलान किया है | जी हाँ
यूपी
विद्युत नियामक आयोग ने बिजली बिलों पर लागू 2.84 फीसदी सरचार्ज को ख़त्म करने की घोषणा कर दी , जिससे घरेलु विद्युत् उपभोक्ताओं को काफी हद तक राहत
मिलने की उम्मीद है , दरअसल प्रदेश के बिजली
उपभोक्ताओं से मौजूदा समय में रेग्युलेटरी सरचार्ज प्रथम और द्वितीय नाम से दोहरा
रेग्युलेटरी सरचार्ज लिया जा रहा था , बताते चलें कि अब बिजली उपभोक्ताओं को अप्रैल माह से बिजली बिल कम देना पड़ेगा | लेकिन इससे
व्यापारी- उद्यमियों को भारी झटका लगा है , क्यूंकि वाणिज्यिक बिजली के दामों में सरकार ने कोई छूट नहीं दी
,बल्कि इसके दरों में 3.99 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है | आयोग ने राज्य में सूखे के
हालात को देखते हुए ग्रामीण अन्मीटरड कनेक्शनों पर भी १० फीसदी सरचार्ज वसूलने का
आदेश अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया है इससे बुंदेलखंड व सूखाग्रस्त क्षेत्रों
को राहत मिली है | सिर्फ इतना ही नहीं विद्युत नियामक आयोग के अध्यक्ष , दीपक वर्मा ने बताया कि पॉवर
कारपोरेशन द्वारा दाखिल ट्रैफिक प्रस्ताव में 5.75 फीसद बढ़ोतरी भी की गई , इसके
साथ ही सिचाई में इस्तेमाल होने वाले निजी नलकूपों और पम्पसेंट की बिजली दरों से
कोई हस्तक्षेप नहीं किया गया है |
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